यदि सरसों में है मरगोजा रोग तो बस ये 2 स्प्रे कर देवे, आसानी से हो जाएगा यह रोग खत्म, खर्च भी आएगा कम फसल होगी बंपर।
सरसों में है मरगोजा रोग: किसान साथियों इस समय अनेक प्रकार की बिमारिया सरसों की फसल में हो रही है, पीछले कुछ सालों में सभी फसलों में बीमारियां अपने पैर फसार रही है, चाहें सरसों हो, नरमा हो या फिर गेहूं हो सभी अनाज में बीमारियां हो रही है, ऐसे में सही समय पर इनके इलाज की जरूरत पड़ती है, सही जानकारी न होने की वजह से किसानो को अच्छा लाभ प्राप्त नही हो पाता, ऐसे में हम समय समय पर अनेक प्रकार की जानकारी आपके लिए लेकर आते है ताकी किसान साथी को अच्छा लाभ प्राप्त हो सके। तो चलिए जानते हैं सरसों में मरगोजा की बीमारी का ईलाज कैसे करें।
आज के समय किसानों के द्वारा खेती में कई प्रकार की समस्याएं रहती है लेकिन इस समय रबी फसल में सबसे मुख्य समस्या सरसों की फसल मरगोजा बीते दो-तीन साल से देखने को मिल रही है। इसके होने से खेत में सरसों की फसल में करीब 90% तक नुकसान देखने को मिलता है। बता दें कि इसका अगर सही और समय पर इलाज ना हो तो किसानों को काफी भारी नुकसान उठाना पड़ता है आज हम आपको चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा बताए गए उपाय के बारे में जानकारी देंगे।
सरसों में मरगोजा रोग कारण एवम् निवारण।
फसल चक्र अपनाए: किसान भाइयों हरियाणा प्रदेश में 1 एकड़ भूमि में आठ कैनाल होता है। और यहां और यहां आमतौर पर 20 मन प्रति एकड़ तक उत्पादन होने का अनुमान होता है अगर सरसों की फसल में मरगोजा रोग के चपेट में फसल आने के चलते ही यह उत्पादन गिरकर तीन से पांच मन तक ही होता है। इसलिए जिन हिस्सों में बीते सालों से यह रोग फसल में हो रहा है। वहां किस सरसों की फसल को लेकर काफी चिंतित हैं। इसलिए कृषि विशेषज्ञों के अनुसार किस फसल चक्र को अपनाकर इससे छुटकारा पा सकते हैं वही खेत में इसके बीच को उखाड़ कर इकट्ठा करें और दूर जलाकर नष्ट करें।
सरसों की फसल में दो सप्रे का छिड़काव
पहला स्प्रे कब करें: बहुत से किसानों को इसके बारे में जानकारी नहीं है लेकिन किसी वैज्ञानिकों के द्वारा इस समस्या के लिए भी हल निकला लिया गया है। बता दें कि वैज्ञानिकों के मुताबिक सरसों की बिजाई होने की करीब 25 से 30 दिन के बाद किसानों को गलाइफोसेट दवा 25 एमएल का छिड़काव फसल में 120 लीटर पानी के साथ मिलकर करें।
दूसरा स्प्रे कब करें: किसान भाइयों बता दें कि पहले छिड़काव करने के बाद दूसरा छिड़काव सरसों की फसल में गलाइफोसेट दवा 50 एमएल 150 लीटर पानी में मिलाकर फसल बुवाई करने के 55 से 60 दिन हो जाने के बाद छिड़काव करना होगा। किसान भाई सप्रे करते समय नोजल का इस्तेमाल अवश्य करें और छिड़काव करते समय मौसम भी बिल्कुल साफ हो और खेत में पर्याप्त नमी होनी चाहिए। स्प्रे करने से पहले या तो तीन से चार दिन पहले पानी लगाए या बाद में पानी दें।
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